
पुलिस शोमाकृति दिवस के अवसर पर बोले गृह मंत्री अमित।
गृह मंत्री अमित शाह (अमित शाह) ने पुलिस स्मृति दिवस (पुलिस स्मृति दिवस) पर कहा, ‘मेरी सरकार ने पुलिस के कल्याण के लिए काफी काम किया है और मैं भरोसा दिला सकता हूं कि हम और काम करना जारी रखेंगे।’
गृह मंत्री शाह ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के बाद पुलिस और फौसैन्य वर्गों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि देश की छापन अभिव्यक्ति से सेवा करने वाले खाकी वर्दी पहने पुरुष व महिलाओं को ही विश्व के एक प्रतिद्वंद्वी देश के रूप में भारत की छलिंग। हैं सुनिश्चित करना हैं। उन्होंने कहा कि प्रति एक लाख नागरिकों के लिए 222 कर्मियों के न्यूनतम मानदंड की तुलना में केवल 144 कर्मी मौजूद हैं।
‘तीन चौथाई कर्मी साप्ताहिक अवकाश भी नहीं पाते हैं’
गृह मंत्री शाह ने कहा कि यही कारण है कि लगभग 90 प्रतिशत पुलिसकर्मियों को हर रोज 12 घंटे से भी अधिक समय तक काम करना पड़ता है और उनमें से तीन चौथाई कर्मी साप्ताहिक अवकाश भी नहीं ले पाते हैं। गृह मंत्री ने पुलिस स्मृति दिवस पर बलों से कहा, ‘मेरी सरकार ने पुलिस के कल्याण के लिए काफी काम किया है और मैं भरोसा दिला सकता हूं कि हम और काम करना जारी रखेंगे, आपके लिए निर्धारित समयसीमा में स्वास्थ्य, आवास, परिवार कल्याण और काम का अच्छा माहौल सुनिश्चित करने के लिए और कदम बढ़ाना। ‘शुभ्र श्रद्धांजलि दी
शाह ने कहा कि वह और देश के नागरिक पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर त्यागी के पालन के लिए जीवन का बलिदान देने वालों और उनके परिवार को विनम्र श्रद्धांजलि देते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब हम पुलिस को सामान्य तरीके से काम करते देखते हैं, तो यह सामान्य दिखता है लेकिन हम जब नजरिया मोड़ रहे हैं तो समझ आता है कि हमारा देश जो विकास कर रहा है वह इन पुलिसकर्मियों केप्रिंटन और उनकी मौन सेवा के कारण है। है। ‘
35 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों की जान चली गई
गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि आतंकवादियों के बारे में उग्रवादियों और नक्सलियों से निपटना और सड़क पर यातायात नियंत्रण करना, यह सब पुलिसकर्मी करते हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार स्वतंत्रता के बाद से 35,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की जान गई है और पिछले एक साल में (सितंबर 2018 से इस साल अगस्त तक) 292 कर्मियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी है या ड्यूटी के दौरान अप्राकृतिक कारणों से उनकी मौत हुई है। ।
नई वेबसाइट का उद्घाटन किया
इस कार्यक्रम में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और अन्य केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की एक नई वेबसाइट का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्नेह के बाद राष्ट्रीय पुलिस स्मारक का पिछले साल इसी दिन उद्घाटन किया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित इस स्मारक में एक नया संग्रहालय भी बनाया गया है।
लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में 1959 में चीन सेना द्वारा हमले लगाकर किए गए एक हमले में शहीद हुए 10 पुलिसकर्मियों के सम्मान में यह दिवस आयोजित किया जाता है। इस अवसर पर उन सुरक्षा कर्मियों को याद किया जाता है जिन्होंने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी।
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