जम्ममू -श्शिर में सोमवार से बहाल होगी पोस्तपेड मोबाइल सेवाएं, 5 अग्नित से बंद थे | राज्यों – समाचार हिंदी में

जम्ममू -श्शिर में सोमवार से बहाल होंगे पॉस्टपेड मोबाइल सेवाएं, 5 अग्ली से बंद थे

जायसी घाटी में 5 अगड़ों से बंद चल रहे थे।

केंद्र सरकार (केंद्र सरकार) द्वारा जर्ममू-इंस्टा (जम्मू और कश्मीर) से आर्टिकल 370 (अनुच्छेद 370) हटाने के बाद सुरक्षा को देखते हुए राज्य में मोबाइल सेवाओं (मोबाइल सेवाओं) को बंद कर दी गई थीं।

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  • आखरी अपडेट:
    12 अक्टूबर, 2019, 1:13 PM IST

नई दिलवाली जम्ममू और इन्सीरिम प्रशासन (जम्मू और कश्मीर) ने शनिवार को घाटी में संचार सेवाओं के संबंध में बड़ा फैसला लिया है। प्रशासन ने नासिर घाटी को बंद करने की कोशिश की पोस्तपेड मोबाइल सेवाएं (मोबाइल पोस्टपेड सेवाएं) ट सोमवार यानी 14 अक्टट से दोबारा शुरू करने की घोषणा की है। हालांकि अभी भी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। पोस्टपेड मोबाइल सेवाओं को शुरू करने के लिए इस निर्णय की जानकारी जम्ममू-इंस्टीरम के मुख्य सचिव रोहित कंसल (रोहित कंसल) ने दी। उनके अनुसार सोमवार को पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं 12 से बहाल होंगी।

मुख्य सचिव रोहित कंसल के अनुसार सोमवार को राज्य के 10 जिलों में यह सेवा शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए ही पाबंदी लगाई गई थी।

जम्ममू-इंस्टा के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने दी जानकारी।

बता दें कि 5 अगामी को मोदी सरकार द्वारा जम्ममू-कश्ती से आर्टिकल 370 हटाने के बाद से राज्य में मोबाइल सेवाओं की सुरक्षा को देखते हुए बंद कर दी गई थीं। हालांकि मोबाइल सेवाएं चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही हैं। अभी भी कुछ क्षेत्रों में मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी है।घाटी में लगभग 66 लाख मोबाइल ग्राहक हैं

जायसी घाटी में लगभग 66 लाख मोबाइल ग्राहक हैं, जिनमें से लगभग 40 लाख ग्राहकों के पास पोस्ट-पेड सुविधाएं हैं। केंद्र द्वारा पर्यटकों के लिए घाटी खोलने की सलाह जारी करने के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया।

5 अगस्त को बंद हुए मोबाइल सेवाएं थीं

केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने के बाद 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवाओं को बंद कर दिया गया था। घाटी में 17 अगस्त को आंशिक सूखा लाइन कवरेज को फिर से शुरू किया गया था और four सितंबर तक लगभग 50,000 की संख्या वाली सभी लैंडलाइन को चालू घोषित कर दिया गया था।

जम्मू में नाकाबंदी के दिनों के भीतर संचार प्रणाली को बहाल कर दिया गया था और यहां तक ​​कि मोबाइल इंटरनेट भी अग के मध्य में शुरू किया गया था। लेकिन इसके दुरुपयोग के बाद 18 अगस्त को सेलुलर फोन पर इंटरनेट की सुविधा छिन गई थी।

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