जामझरिया स्कूल के बच्चों के साथ जनप्रतिनिधियों ने सुनी लोकवाणी, चाचा नेहरू की जीवनी सुनकर बच्चे हुये उत्साहित

अम्बिकापुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 12वीं कड़ी को आज मैनपाट जनपद के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित प्राथमिक शाला जामझरिया के मोहल्ला क्लास के बच्चों के साथ जनपद अध्यक्ष, सरपंच, शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष तथा शिक्षको ने सुना। लोकवाणी में इस बार ‘बालक -बालिकाओं की पढ़ाई, खेलकूद, भविष्य, विषय पर बात हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकवाणी में 14 नवम्बर को बाल दिवस के रूप में मनाए जाने वाले भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल की जीवनी का विस्तार से जानकारी दी। बच्चों ने पंडित नेहरू की जीवनी को सुनकर बड़े उत्साहित हुए।

मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में कहा कि इस बार दीपावली और पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती बालदिवस एक ही दिन है। प्रदेश वासियों को दीपावली और चाचा नेहरू की जयंती बालदिवस की शुभकामनाये। आजादी की लड़ाई में लोगों को संगठित करने तथा लड़ाई का नेतृत्व करने वालों में पंडित नेहरू अग्रणी थे। 14 नवम्बर 1889 को जन्मे पंडित नेहरू 28 वर्ष की उम्र में राजनीति में आ गए थे। उन्होंने उस समय के विदेश के नामी कालेज से कानून की पढ़ाई की। आजादी के लिए वे 9 बार जेल गए। पहली बार 1922 में जेल गए। करीब पौने तीन साल जेल में गुजारे। जेल में अच्छे साहित्य की पढ़ाई की और अनेक उत्कृष्ट किताबो की रचनाएं की।

पंडित नेहरू की प्रतिभा, लगन, सबको साथ लेकर चलने के गुण के कारण महात्मा गांधी ने उन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी कहा था। भारत के आजाद होने पर वे प्रथम प्रधान मंत्री बने। भारत को समृद्ध बनाने की दूरदर्शी सोच से उन्होंने खेत से लेकर उद्योग तक, स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक महत्वपूर्ण काम किये। उन्होंने निजी उद्योगों के स्थान पर सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों को बढ़ावा दिया जिसके जगमगाता हुआ उदाहरण भिलाई स्टील प्लांट है। भिलाई इस्पात संयंत्र में केवल इस्पात ही नही बनाई बल्कि जिंदगियां भी बनाई। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के अलख जगाने वाले उद्योग नेहरू के सोच के अनुपम उदाहरण है। उनके द्वारा रोपे गए ज्ञान के पौधे आगे चलकर के बड़े-बड़े वट वृक्ष बने।

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