पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसमी के धरने पर बैठने के बाद किरण बेदी ने ट्वीट कर आरोप लगया है कि उन्हें मिलने का समय दिए जाने के बावजूद भी वह धरने पर बैठे हैं।
- Information18Hindi
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15 फरवरी, 2019, 4:03 PM IST
किरण बेदी: मैंने उन्हें (पुदुचेरी के सीएम) एक पत्र लिखा कि ’21 फरवरी को सुबह 10 बजे तक आपका स्वागत है और मुझे देखने के लिए स्वागत है, क्योंकि मैं आज से 20 तारीख तक एक दौरे पर हूं। मैं 20 फरवरी की आधी रात को लौटूंगा। और मुझे बताओ कि क्या अधिक सही हो सकता है। वह अभी भी वहां बैठा है। वह पीपीएल को हेलमेट पहनने की अनुमति नहीं दे रहा है pic.twitter.com/CsuuaAxArt
– एएनआई (@ANI) 14 फरवरी, 2019
सीएम और एलजी विवाद: किरण बेदी के घर के बाहर ही सो गए विरोध प्रदर्शन कर रहे मुख्यमंत्रीइधर, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने दर्शनना समाप्त करने से इनकार कर दिया है। यहां तक कि पिछली रात बुधवार को मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों के साथ राज निवास के बाहर ही सो गए। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री की मांग है कि मुफ्त चावल बांटने की योजना सहित 39 सरकारी प्रस्तावों को उपराज्यपाल मंजूरी दें। कांग्रेस और डीएमके के विधायक भी राज निवास के बाहर हो रहे प्रदर्शन में शामिल हैं। राज निवास उपराज्यपाल का आधिकारिक कार्यालय सह निवास स्थान है।
पुदुचेरी एलजी किरण बेदी: उन्होंने (सीएम) ने मुझे 7 फरवरी को 36 मुद्दों पर एक पत्र लिखा, जिनमें से कुछ मौजूद नहीं हैं या उनका निपटारा नहीं किया गया है। मैंने इसे eight तारीख को प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि वह जवाब मांगने के लिए धरने पर बैठे हैं। पत्र ने यह नहीं कहा कि ‘यदि आप 13 फरवरी तक जवाब नहीं देते हैं, तो मैं धरने पर बैठूंगा’ pic.twitter.com/aE4R9HNxv9
– एएनआई (@ANI) 14 फरवरी, 2019
आरोप है कि विभिन्न मामलों पर उनकी स्वीकृति के लिए भेजी गई फाइलें को उपराज्यपाल ने खारिज कर दिया। उनके इसी नकारात्मक रुख के विरोध में मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्री काली कमीज में राज निवास के बाहर सड़क पर पहुँचने पर बैठ गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए सरकारी प्रस्तावों को लगातार खारिज किया जा रहा है और वह इसका कड़ा विरोध करते हैं। नारायणसामी ने कहा कि जागरूकता फैलाए बगैर किरण बेदी ने अपने हाल के फैसले में लोगों के लिए हेलीकाप्टर पहनना अनिवार्य कर दिया है, जो ‘साफ तौर पर उनकी मनमानी और लोगों को प्रताप करने का मामला प्रतीत होता है।’ राज्य सरकार ने इस संबंध में पहले लोगों में जागरुकता फैलाने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल की मंजूरी के लिए पिछले कुछ सप्ताह में उन्हें 39 सरकारी प्रस्ताव भेजे गए, लेकिन उन्होंने इन प्रस्तावों पर मंजूरी नहीं दी।
आपको बता दें कि धरने की वजह से किरण बेदी राजनिवास से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने सीएम नारायणसामी को चिट्ठी भी लिखी है। जिसे उन्होंने ट्विटर पर शेयर भी किया है। उन्होंने चिट्ठी में कहा है कि आपको मिलने पर बैठने के बजाय मिलना चाहिए। आप एक पत्र लिखते हैं और रजनीवास की नाकाबंदी से पहले मेरे जवाब का इंतजार करते हैं। इस नाकेबंदी के कारण आम जनता को भारी असुविधा हो रही है।
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