
जी परमेश्वरी के ठिकानों पर गुरुवार को शिशु विभाग ने छापेमारी की है।
कर्नाटक (कर्नाटक) के पूर्व उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जी परमेश्वर (जी परमेश्वरा) मेडिकल एडमिशन के लिए बड़े शकर पर कालाधन जमा करने वाली एक ट्रिस्ट से संबंधित मामले में फंसे हैं।
- Information18Hindi
- आखरी अपडेट:
10 अक्टूबर, 2019, 1:07 PM IST
बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में शिशु विभाग को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। मेडिकल एडमिशन के लिए बड़े शतर पर कालाधन जमा करने वाली एक ट्रिस्ट से संबंधित केस में जी परमेश्वरी फंसे हैं।
पैटर्न के अनुसार तुमाकुरू में स्थित सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ इंसट्यूट्यूशंस पर भी शिशु विभाग की चार सदस्ayय टीम ने छापेमारी की है। इसके मालिक जी परमेशवर ही हैं। इस छापेमारी के संबंध में जी परमेश्वर ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘मुझे छापेमारी के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। मुझे पता नहीं है कि वे छापेमारी कहां कर रहे हैं। शिशु विभाग को तलाशी लेने दें, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। अगर हमारी ओर से कोई गलती नहीं होगी तो हम उसे सुधार देंगे। ‘
आईटी की श्रृंखला पर छापे @DrParameshwara, आरएल जलप्पा और अन्य, राजनीतिक रूप से दुर्भावनापूर्ण इरादे से प्रेरित हैं। वे केवल निशाना बना रहे हैं @INCKarnataka नेताओं के रूप में वे हमें नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सामना करने में विफल रहे हैं। हम इस तरह के किसी भी रणनीति के लिए हिलेंगे नहीं !!
– सिद्धारमैया (@siddaramaiah) 10 अक्टूबर, 2019
वहीं जी परमेशवर के ठिकानों पर शिशु विभाग की छापेमारी का सिद्धारमैया ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया गया है। उनका आरोप है कि कर्नाटक के कांग्रेस प्रमुखों को मानकर निशाना बनाया जा रहा है।