कचरा प्रबंधन पर निगम आयुक्त ने इंटरनेशनल फोरम में दिया व्याख्यान

भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने अंबिकापुर नगर निगम आयुक्त को फ्रांस में व्याख्यान देने किया था नामांकित

अंबिकापुर। कचरे के प्रोसेसिंग एवं विक्रय के डिजिटाइजेशन हेतु भारत सरकार द्वारा मॉडल के रूप में चयनित अंबिकापुर शहर का विदेशों तक डंका बज रहा है। भारत के विभिन्न शहरों के लोग ना सिर्फ कचरा प्रबंधन की विधा को देखने व समझने के लिए आ रहे हैं बल्कि विकसित देशों तक यह जानने-समझने लोग आतुर हैं कि वेस्ट मैनेजमेंट किस प्रकार आजीविका का आधार बना। स्वच्छ शहर की परिकल्पना कैसे साकार हुई। इसकी चर्चा अब अंतरराष्ट्रीय फोरम में भी हो रही है। इसी क्रम में पेरिस सिटी फ्रांस द्वारा आयोजित इंटरनेशनल फोरम टू इंड प्लास्टिक पॉल्यूशन इन सिटीज व द वाइस ऑफ सिटीज एंड रीजन्स ऑन प्लास्टिक पॉल्यूशन में भाग लेने हेतु भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा निगम आयुक्त अंबिकापुर प्रतिष्ठा ममगाई को नामांकित किया गया था। 26 मई को आयोजित अंतरराष्ट्रीय फोरम में अंबिकापुर एवं भारत में वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में व्याख्यान देने वे पेरिस सिटी फ्रांस पहुंचीं। यहां आयोजित कार्यक्रम में मॉडरेटर कोबीए ब्रांड, डिप्टी जनरल सेकेट्री पेरिस, डेलीगेट जॉय बेलमोंटे, मेयर क्वेज़ों सिटी फिलीपींस, मिचेल बोइसवेर्ट, डेलीगेट फ्रॉम कनाडा के साथ अंबिकापुर आयुक्त द्वारा मंच साझा किया गया। इस फोरम में आयुक्त द्वारा अंबिकापुर नगर में चल रहे एसएलआरएम मॉडल में बारे में विस्तार से बताते हुए स्वच्छता दीदियों द्वारा डोर-टू-डोर संग्रहण से प्राप्त कचरे के प्राइमरी, सेकेंडरी एवम टर्सरी पृथक्करण, प्लास्टिक से दाना बनाने के बारे में बताया गया। साथ ही बताया गया कि स्वच्छता दीदियों के माध्यम से 63 प्रकार से प्लास्टिक का पृथक्करण करने के कारण पूरे प्रक्रिया में निकलने वाला नॉन रिसाइक्लेबल वेस्ट मात्रा 10 प्रतिशत बचता है, जिसे सीमेंट प्लांट में भेजा जाता है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने हेतु संचालित दीदी बर्तन बैंक एवं गार्बेज कैफे के बारे में भी बताया गया। आयुक्त ने बताया कि अंबिकापुर में जन सहयोग से यूजर चार्ज, कचरे के सूक्ष्म पृथक्करण उपरांत विक्रय से आय प्राप्त हो रहा है। अंबिकापुर में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और स्वच्छ भारत मिशन के कन्वर्जेंस से अच्छा कार्य किया जा रहा है। विगत माह में देश के 10 राज्यों से आई टीम के संबध में भी बताया गया। यह भी बताया गया कि कचरे के प्रोसेसिंग एवं विक्रय के डिजिटाइजेशन हेतु भारत सरकार द्वारा अंबिकापुर को मॉडल के रूप में चयनित कर संसाधन पोर्टल का भी कार्य प्रारंभ किया गया है। इसके बाद अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी अंबिकापुर मॉडल के बारे में जानकारी ली। मॉडरेटर कोबीए ब्रांड ने अंबिकापुर मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि छोटे एवं मध्यम श्रेणी के नगरों के लिए कचरा प्रबंधन के साथ-साथ आजीविका प्रदान करना उत्कृष्ट उदाहरण है।

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