अंबिकापुर। अंतर्राष्ट्रीय जीरो वेस्ट दिवस के अवसर पर 29 मई को नई दिल्ली में आयोजित कार्यशाला में अंबिकापुर से शामिल होने गए लोगों ने खूब तालियां बटोरी। गौरव की बात यह है कि यहां आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ अंबिकापुर से कार्यशाला में हिस्सा लेने गई नवापारा एसएलआरएम सेंटर की स्वच्छता दीदी श्वेता सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इन्हें बकायदा मंच पर आमंत्रित किया गया। कार्यशाला में नगर निगम आयुक्त सहित अंबिकापुर की पांच स्वच्छता दीदी शामिल होने के लिए नई दिल्ली पहुंची हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में नगर निगम अंबिकापुर के द्वारा किए गए कार्य ने पूरे देश में इस शहर की अलग पहचान बना दी है। भारत के विभिन्न राज्यों के साथ ही विदेश में भी यहां के सॉलिड एंड वेस्ट मैनेजमेंट की न सिर्फ चर्चा हो रही है, बल्कि इसे उन्होंने ग्राह्य किया है। हाल में भारत सरकार आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के निर्देश पर अंबिकापुर शहर में स्वच्छता को लेकर किए गए कार्यों का अध्ययन करने और इसे रोल मॉडल के रूप में अपनाने के लिए देश के पांच राज्य मणिपुर, मिजोरम, आसाम, नागालैंड एवं उत्तराखंड की 50 सदस्यीय टीम व दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश के 28 सदस्यों की टीम अंबिकापुर आई थी। सभी ने निगम आयुक्त को दिए गए फीडबैक में यहां के सॉलिड एवं वेस्ट मैनेजमेंट की पहल को सराहा। वहीं कार्यशाला के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पूरी ने श्वेता सिन्हा से चर्चा करके अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल के बारे में जानकारी हासिल की।
इंडिया हैबिटेट सेंटर में हुआ आयोजन
अंतर्राष्ट्रीय जीरो वेस्ट दिवस पर 29 मार्च को इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसके मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी थे। इस कार्यशाला में नगर निगम अंबिकापुर की आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई ने अंबिकापुर मॉडल पर ‘एक विकेंद्रीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली में परिपत्रता को एकीकृत करनाÓ विषय पर व्याख्यान दिया। अन्य प्रांत से आए अधिकारियों ने भी इस मौके पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उनकी टीम अंबिकापुर भ्रमण पर जा चुकी है और वे वहां के स्वच्छता मॉडल पर कार्य कर रहे हैं। सभी ने अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल को न सिर्फ अनुकरणीय बल्कि ग्राह्य करने योग्य बताया।